वाराणसी में बहुप्रतीक्षित बलुआ घाट पुल का उद्घाटन होने के बाद शुक्रवार की रात में उस पर बच्चे का जन्म होने के बाद उसका नाम मोदी यादव रखा गया। इसके पीछे परिजनों का तर्क है कि पुल का शिलान्यास तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने और उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है। इसलिए बच्चे का नाम दोनों नेताओं से जोड़कर रखा गया है।
संसदीय क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को बड़ालालपुर स्थित दीनदयाल हस्तकला संकुल से बहुप्रतीक्षित बलुआघाट और सामनेघाट पुल का लोकार्पण किया था। रात में बलुआ गांव निवासी आरती देवी की बहू रेखा को प्रसव पीड़ा शुरू हुई। इसके बाद परिजन उसे गांव के स्वास्थ्य उपकेंद्र में ले गए। वहां बच्चा उलटा बताकर उन्हें मंडलीय अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।
परिजन रेखा को लेकर नवउद्घाटित बलुआ पुल पहुंचे ही थे कि रेखा ने पुल पर ही एक बच्चे को जन्म दे दिया। इसके बाद परिजन घर चले गए। शनिवार को परिवार में बच्चे के नामकरण की चर्चा हुई तो सभी ने मिलकर ये तर्क दिया कि चुंकि पुल का शिलान्यास तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने किया था और उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी ने किया है। इसलिए बच्चे का नाम मोदी यादव होगा। आसपास के गांवों को शहर जोड़ने के लिए वर्ष 2006 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने बलुआघाट और सामनेघाट पुल का शिलान्यास किया था। शिलान्यास के 11 साल बाद शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दोनों पुलों का लोकर्पण किया।
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